महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjaya Mantra) 30 minutes
महामृत्युंजय मंत्र को त्रयंबक मंत्र के नाम से भी जाना जाता है। कई लोगों के अनुसार, मंत्र का जाप करने से कंपन की एक श्रृंखला निकलती है जो भौतिक शरीर को बनाए रखती है और अच्छे स्वास्थ्य की बहाली सुनिश्चित करती है।
वास्तव में, महामृत्युंजय मंत्र ऋग्वेद का एक श्लोक है और इसे सबसे शक्तिशाली शिव मंत्र माना जाता है। यह दीर्घायु प्रदान करता है, विपत्तियों को दूर करता है और असमय मृत्यु को रोकता है। यह भय को भी दूर करता है और समग्र रूप से ठीक करता है। यह शाश्वत मंत्र भी यजुर्वेद का एक अंग है।
सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक जिसका आप जाप कर सकते हैं, वह है शिवजी महामृत्युंजय। ऐसा माना जाता है कि शिवजी महामृत्युंजय मंत्र का जाप आदर्श रूप से सुबह 4 बजे काम या ऑफिस जाने से पहले करना चाहिए। यदि आप पूर्ण विश्वास और उदारता के साथ इस मंत्र का जाप करते हैं, तो यह वास्तव में आपके नकारात्मक और बुरे विचारों को दिशा देने में आपकी मदद कर सकता है। इस मंत्र का 108 बार जाप करने से व्यक्ति को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सकता है। इस संख्या का अपने लिए एक अर्थ है; एक का अर्थ है एकता, 0 का अर्थ कुछ नहीं और 8 का अर्थ अनंत है।